किचन में जब चटपटा खाना बनाने
की बात हो या सलाद को जायकेदार बनाना हो तो कालीमिर्च का प्रयोग किया जाता है।
पिसी काली मिर्च सलाद, कटे फल या दाल
शाक पर बुरक कर उपयोग में ली जाती है।
1. त्वचा पर कहीं भी फुंसी उठने पर, काली
मिर्च पानी के साथ
पत्थर पर घिस कर अनामिका अंगुली से सिर्फ फुंसी पर लगाने से फुंसी बैठ जाती है।
पत्थर पर घिस कर अनामिका अंगुली से सिर्फ फुंसी पर लगाने से फुंसी बैठ जाती है।
2. काली मिर्च को सुई से छेद कर दीये की लौ से जलाएं। जब धुआं उठे
तो इस धुएं को नाक से अंदर खीच लें। इस प्रयोग से सिर दर्द ठीक हो जाता है। हिचकी
चलना भी बंद हो जाती है।
3. काली मिर्च 20 ग्राम, जीरा 10 ग्राम और शक्कर या मिश्री 15 ग्राम कूट पीस कर मिला लें। इसे सुबह शाम पानी के साथ फांक लें। बावासीर
रोग में लाभ होता है।
4. शहद में पिसी काली मिर्च मिलाकर दिन में तीन बार चाटने से खांसी
बंद हो जाती है
5. आधा चम्मच पिसी काली मिर्च थोड़े से घी के साथ मिला कर रोजाना
सुबह-शाम नियमित खाने से नेत्र ज्योति बढ़ती है।
6. काली मिर्च 20 ग्राम, सोंठ पीपल, जीरा व सेंधा नमक सब 10-10 ग्राम मात्रा में पीस कर मिला लें। भोजन के बाद आधा चम्मच चूर्ण थोड़े से
जल के साथ फांकने से मंदाग्रि दूर हो जाती है।
7. चार-पांच दाने कालीमिर्च के साथ 15 दाने
किशमिश चबाने से खांसी में लाभ होता है।
8. यदि आपका ब्लड प्रेशर लो रहता है, तो दिन
में दो-तीन बार पांच दाने कालीमिर्च के साथ 21 दाने किशमिश
का सेवन करे।
9. बुखार में तुलसी, कालीमिर्च तथा गिलोय का
काढ़ा लाभ करता है।
10. काली मिर्च बॉडी का फैट घटाने में
मदद करती। वजन घटाने के अन्य तरीके अपनाने के साथ ही आप खाने में काली मिर्च की
अमाउंट बढ़ा दें।
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